काबिलियत चाहें जितनी हो, इस फार्मा कंपनी में नशा करने वालों को नहीं मिलती है नौकरी
अहमदाबाद की एक कंपनी ने एक निर्णय लिया है कि अगर कोई कंपनी में नौकरी करना चाहे तो उसमें गुटका, खैनी, सिगरेट सहित कोई व्यसन नहीं होना चाहिए.
हेस्टर बायोसाइंस टुबैको फ्री कंपनी है (फोटो- Pixabay).
हेस्टर बायोसाइंस टुबैको फ्री कंपनी है (फोटो- Pixabay).
शहर हो या गांव, बच्चे हो या बूढ़े लेकिन समाज के हर तबके में व्यसन की बीमारी इतनी ज्यादा फैल गई है कि भारत का युवा तो व्यसन के चुंगल में आ ही गया है लेकिन अब बच्चे भी इससे अछूते नहीं रह पाए हैं. लेकिन अहमदाबाद की एक कंपनी ने एक निर्णय लिया है कि अगर कोई कंपनी में नौकरी करना चाहे तो उसमें गुटका, खैनी, सिगरेट सहित कोई व्यसन नहीं होना चाहिए. इस कंपनी की शर्त है कि वहां किसी भी तरह का नशा करने वाले नौकरी नहीं पा सकते हैं. कंपनी का कहना है, 'यदि आप नौकरी में शामिल होना चाहते हैं, तो इसे (नशा) छोड़ दें.' इस अनोखे नियम के चलते ये कंपनी इन दिनों चर्चा का विषय बन गई है.
अहमदाबाद की इस कंपनी का नाम है हेस्टर बायोसाइंस और ये कंपनी शेयर बाजार में लिस्टेट है. कंपनी जानवरों के लिए टीके बनाती है और देश में सप्लाई के साथ ही विदेश में निर्यात भी करती है. यदि आप अहमदाबाद से 40 किलोमीटर दूर स्थित इस कंपनी में नौकरी चाहते हैं, तो कंपनी की पहली शर्त यह है कि आप कोई नशा तो नहीं करते? और यदि आप नशा करते है, तो काबिल होने के बाद भी नौकरी नौकरी में नहीं रह पाएंगे.
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हेस्टर बायोसाइंस कंपनी के संस्थापक और सीईओ राजीव गांधी ने कहा, 'हमने अपनी कंपनी में एक नियम बनाया है कि अगर कोई नशा करता है, तो वे उन्हें नौकरी पर नहीं रखते हैं. हमारी कंपनी तम्बाकू मुक्त कंपनी है.' इस कंपनी के संयंत्र में 400 से अधिक कर्मचारी काम कर रहे हैं, और यदि प्रधान कार्यालय के कर्मचारियों को जोड़ा जाए, तो 500 कर्मचारी होंगे. इनमें से एक भी कर्मचारी मावा, खैनी, गुटका नहीं खाता है. कंपनी के इस फैसले पर पूरा गुजरात गर्व कर सकता है.
ऐसा नहीं है कि सभी कर्मचारी कंपनी में शामिल होने से पहले नशा नहीं करते थे. हालांकि कंपनी में आने के बाद उनके जीवन पर सकारात्मक प्रभाव पड़ा. कंपनी के कर्मचारी भारत रावल ने बताया, 'खैनी न खाने से मेरा पैसा बच जाता है और बच्चों पर भी इसका सकारात्मक असर पड़ता है.' एक अन्य कर्मचारी राजेश ने बताया कि नशा छोड़ने के बाद लोग सम्मानपूर्वक देखते हैं और इस वजह से पैसे भी बचे. अगर पूरा देश इस मुहीम में लगे तो फिर देश को स्वस्थ होने से कोई नहीं रोक सकता.
04:11 PM IST